नौ अप्रैल तक पुल निर्माण का काम करना चुनौती, 70 प्रतिशत हुआ काम

रादौर। यमुना नदी के नगली घाट पर करीब 84 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले ओवरब्रिज के निर्माण कार्य के पूरा करने की अब 9 अप्रैल डेड लाइन रखी गई है। यह ओवरब्रिज प्रदेश को उतर प्रदेश से जोड़ेगा। करीब 70 प्रतिशत कार्य हो चुका है।हालांकि विभागीय अधिकारी निर्धारित अवधि तक काम पूरा करने की बात कह रहे हैं, लेकिन यह बड़ी चुनौती है। निर्माण में 17 पिल्लर लगने हैं, जिसमें 15 का काम पूरा हो गया है। अब छत डालने का कार्य चल रहा है। फिलहाल किसानों को ओवरब्रिज के निर्माण कार्य में हो रही देरी के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर किसानों ने जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करवाए जाने की मांग की है। जून 21 में मिलनी थी सौगात ।पीडब्लयूडी विभाग के जेई विशाल सिगला ने बताया कि ओवरब्रिज के कंस्ट्रक्शन का कार्य वर्ष 2019 में शुरू किया गया था। जिसे पूरा करने के लिए जून 2021 की समय सीमा निर्धारित की गई थी। इस दौरान यमुना नदी का जलस्तर कई बार बढ़ा। कई बार तो बे सौसमी बारिश ने भी परेशानी बढ़ाई। वहीं, कोरोना काल में लगा लाकडाउन भी इसका एक कारण रहा। अब नौ अप्रैल 2022 तक ओवरब्रिज का कार्य पूरा करने को लक्ष्य रखा गया है। उम्मीद है कि इस निर्धारित तारीख पर कार्य पूरा कर लिया जाएगा। 576 मीटर होगी लंबाई।पुल के निर्माण में अनुमानित 84 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। कुल 17 पिल्लर लगने हैं। छह पिल्लर यमुना नदी के अंदर रहेंगे जबकि 11 यमुना नदी के दोनो साइड बाहर रहेंगे। इसकी लंबाई करीब 576 मीटर है। जबकि ओवरब्रिज तक पहुंचने के लिए हरियाणा की साइड करीब 1200 मीटर व यूपी की साइड करीब 1100 मीटर का रास्ता भी बनाया जाएगा। ओवरब्रिज के निर्माण के लिए गांव गुमथला, नगली, संधाली, नगला रांगड़ान व प्रहलादपुर की करीब 61 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है। शुरुआत में 57 करोड़ रखी गई थी अनुमानित राशि।
पहले इस पुल के निर्माण कार्य के लिए 57 करोड़ की राशि खर्च की जानी थी। लेकिन बंध व प्रोटेक्शन कार्य बढ़ जाने के बाद अब इस पर 84 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। बरसात के दिनों में यमुना नदी का बहाव काफी तेज होता है। जिससे भूमि कटाव की संभावना काफी रहती है। इसलिए ओवरब्रिज की सुरक्षा को देखते हुए सीमेंटेड ब्लाक लगाने का कार्य किया जाएगा। ताकि ब्लाक से टकराने के बाद पानी की मार धीमी हो और ओवरब्रिज पर इसका असर न पड़े। ब्लाक लगने से भूमि कटाव में भी कमी आएगी जिससे किसानों का लाभ होगा। किसानों ने की जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करने की मांग।जिससे किसानों को या तो अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती या फिर अतिरिक्त समय व पैसे खर्च कर लंबा सफर तय कर अपने खेतों में पहुंचना पड़ता है। फसल को मंडी तक पहुंचाने में भी भारी दिक्कत आती है। ओवरब्रिज के निर्माण के बाद किसानों की यह समस्या समाप्त हो जाएगी। वहीं यूपी जाने वाले लोगों का रास्ता भी आसान होगा। पुल का कार्य 2019 से चल रहा है। धीमी गति से हुए कार्य के कारण लोगों को सुविधा मिलने में देरी हो रही है। उन्होंने मांग की कि निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए और किसानों व ग्रामीणों का इसका लाभ जल्द जल्द दिया जाए।

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