कल व परसों रोडवेज का चक्का रहेगा जाम, सोच, समझ कर बनाए प्लानिंग

यमुनानगर। रोडवेज की बसों में यात्रा करने वाले यात्री जरा सावधान हो जाएं। सोमवार व मंगलवार यानि 28 व 29 मार्च को कहीं पर जाने के लिए सोच समझकर प्लानिंग बनाएं। कहीं ऐसा न हो घर से निकलने के बाद बस अड्डे पर पहुंचे तो आपको पछताना पड़े। दरअसल हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान उन तारीखों को हड़ताल रहेगी। ऐसे में पूर्णरूप से रोडवेज का चक्का जाम रहेगा। उधर हड़ताल के चलते रोडवेज विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इसको लेकर उन्होंने भी अपनी तैयारियां कर ली है। इस हड़ताल का रोडवेज की सर्विस पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
रोडवेज कर्मचारी 28 व 29 मार्च को राष्ट्रव्यापी हड़ताल हड़ताल करेंगे। इनकी मांगों में स्टेज कैरिज पॉलिसी 2016 को रद्द करके विभाग में 10 हजार नई बसें खरीदने, पुरानी पेंशन नीति बहाल करने, अगर सरकार कर्मचारियों को पुरानी पेंशन नहीं देती तो राजनेताओं की भी पुरानी पेंशन नीति बंद करके कर्मचारियों की तरह राजनेताओं को भी नई पेंशन नीति में शामिल करने, परिचालकों व लिपिकों का पे ग्रेड बढ़ाने, 1992 से 2002 के चालक, परिचालकों को नियुक्ति तिथि से पक्का करना, चालकों को अड्डा इंचार्ज का नया पद सृजित करके प्रमोशन करने, कौशल विभाग को भंग करके 2016 के सभी प्रक्रिया पूर्ण उपरांत भर्ती चालकों व दादरी डिपो में पार्ट 2 के तहत लगे वर्कशाप के 52 कर्मचारियों सहित सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, डिपो स्तर पर कार्यालय में सांख्यिकी सहायक, सहायक लेखाकार, जूनियर ऑडिटर के पदों से कार्यालय अधीक्षक के पद पर प्रमोशन का अनुभव 12 वर्ष की बजाय 5 वर्ष करना, डिपो स्तर पर कार्यालयों की काम की अधिकता देखते हुए हर ब्रांच में सहायक के नए पद बढ़ाने व डिपो में कम से कम 4 जूनियर ऑडिटर के पद बढ़ाने और एचआरईसी गुरुग्राम के ठेकेदार प्रथा पर रोक लगाई जाए आदि शामिल हैं।हड़ताल के दौरान रखेंगे चक्का जाम
वहीं रोडवेज कर्मचारी यूनियन हरियाणा के राज्य महासचिव जय वीर घणघस ने बताया कि मांगों को लेकर दो दिन हड़ताल जारी रहेगी। इस दौरान चक्का जाम रखा जाएगा। रोडवेज में अब परिस्थिति ऐसी चल रही है की रोजाना बसों की संख्या घट रही है। सरकार इस तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही। राज्य के रोडवेज में 16 हजार कर्मचारी कार्य करते हैं और 24 डिपो और 13 सब डिपो हैं जिनमें 3300 के करीब बसेें हैं, जो आबादी के हिसाब से बहुत कम है। सरकार को चाहिए वह डिपो में बसों की संख्या बढ़ाए। उन्होंने चेताते हुए कहा कि अगर सरकार हड़ताल के बाद भी नहीं जागी तो इससे भी बड़ा आंदोलन करने के लिए कर्मचारी मजबूर हो जाएगा।
साझा मोर्चा ने 28 व 29 दो दिन हड़ताल करने का आह्वान किया है। लेकिन इस दौरान हम यात्रियों को दिक्कत न हो इसके लिए बस चलाने का प्रयास करेंगे। इस संबंध में तैयारी की जा रही है।

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