हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्राम सभा से सीधी बातचीत करते हुए

ग्राम पंचायतों को डिजिटलाइज्ड युग की ओर ले जाते हुए आज प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह से वर्चुअल माध्यम से जुड़ते हुए यमुनानगर जिला के गांव खुर्दबन की ग्राम सभा को संबोधित किया और प्रदेश की पहली ‘ई-ग्राम सभा‘ की शुरूआत की।
पहली ई-ग्राम सभा को संबोधित करते हुए उप-मुख्यमन्त्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को उन्नति व प्रगति की ओर ले जाने के लिए ई-ग्राम सभा बेहद कारगर साबित होगी। वर्चुअल तरीके से आयोजित ग्राम सभाओं में गांव के हर घर का सदस्य जुड़ते हुए अपने सुझाव भी रख सकता है। इससे सभी की सुनवाई तो होगी ही, सुझावों के आधार पर बेहतर निर्णय भी लिये जा सकेंगे।
उप-मुख्यमन्त्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पंचायतों में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों को विकास की ओर ले जाने के लक्ष्य से ई-ग्राम सभाओं की शुरूआत की गई है। उन्होंने बताया कि वर्चुअल तौर पर की गई ग्राम सभा पूरी तरह से रिकॉर्ड होती है और इसके बाद यह ई-ग्राम सभा पोर्टल पर अपलोड भी की जाती है जिससे बाद में भी इसे देखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि ई-ग्राम सभाओं में भाग लेने के लिए यह जरूरी नहीं कि आप उस समय सभा में उपस्थित हों, बल्कि डिजिटलाइज्ड तरीके से कहीं भी दिए गए लिंक से अपने मोबाइल , लैपटॉप , कंप्यूटर आदि से उस सभा में जुड़ सकते है और गांव के विकास के लिए अपने सुझावों को समस्त ग्रामवासियों के सामने रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में यमुनानगर जिला के गांव खुर्दबन से ई-ग्राम सभा की शुरूआत की गई है और स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त तक सभी ब्लॉक कम से कम अपने एक गांव की डिजिटल ग्राम सभा का आयोजन करे जिससे हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपने ग्राम स्वराज को साकार करने की ओर कदम रखेंगे।
उप-मुख्यमन्त्री ने कहा कि ग्राम स्वराज को साकार करने की दिशा में ई- ग्राम सभा एक बड़ा प्लेटफॉर्म है जहां गांव का हर व्यक्ति पंचायत से जुड़ते हुए अपने गांव के विकास के लिए अपने बहुमूल्य विचार रख सकता है। उन्होंने कहा कि बहुत से खंड विकास पंचायत अधिकारियों के पास एक से अधिक ब्लॉक हैं , इस वजह से हर समय हर जगह उपस्थित नहीं रह सकते , लेकिन ई-ग्राम सभा में बड़े ही आसान तरीके से वह एक स्थान से अपना कार्य कर सकतें है। इससे समय तो बचेगा ही, साथ ही अधिकारी प्रत्येक क्षेत्र के विकास की बेहतरीन तरीके से मॉनिटरिंग कर सकेंगे। कोरोना रिलीफ फंड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस विश्वव्यापी महामारी के बीच प्रदेश की पंचायतों ने कोरोना से लडऩे में एक जुटता दिखाई और सभी ने कोरोना रिलीफ फंड में बढ़-चढक़र अपना योगदान दिया जिसके चलते प्रदेश कोरोना से लड़ाई लडऩे में सक्षम रहा।
इस मौके पर विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल ने कहा कि ई-ग्राम सभाओं को जल्द बड़े स्तर पर लाया जाएगा।  हरियाणा की सभी ग्राम सभाओं को आने वाले समय में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे गांव के विकास को गति मिलेगी। गांव के प्रत्येक व्यक्ति का सुझाव लेते हुए विकास के लिए योजनाएं तैयार की जाएंगी।  उन्होंने  बताया कि ई-ग्राम सभा में गांव के हर घर का व्यक्ति जुड़ा हुआ है और इस प्लेटफॉर्म पर आयोजित  ग्राम सभा एक बेहतर ग्राम सभा साबित हो रही है।
इस मौके पर श्रम राज्यमंत्री अनूप धानक,  विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल तथा एचआरआईडी नीलोखेड़ी के निदेशक आरके मेहता भी वीडियो कान्फ्रेंस से जुड़े हुए थे। इनके अलावा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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