यमुनानगर : डेंगू व मलेरिया को लेकर स्थिति फिलहाल नियंत्रण में हैं। लेकिन एहतियात न बरती तो फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। कारण कुछ और नहीं बल्कि फोगिग के लिहाज से नगर निगम व ग्राम पंचायतों का गंभीर न होना है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से फोगिग के लिए 50 लीटर दवाई उपलब्ध करवा दी गई है। बावजूद इसके फोगिग नहीं हो रही। उधर, गलियों व खाली प्लाटों में जमा पानी में मच्छर पनप रहे हैं। अब तक जिले में डेंगू के 11 व मलेरिया का एक मरीज आ चुका है।
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घरों में मिल चुका लार्वा :
स्वास्थ्य विभाग की ओर से घरों, कार्यालयों व प्रतिष्ठानों में किए जा रहे सर्वे में लार्वा मिल चुका है। तीन माह में जिला मलेरिया विभाग ने दो लाख 27 हजार 195 घरों में जाकर जांच की। जिसमें 425 घरों में लार्वा मिला है। इनको नोटिस देकर सफाई किए जाने के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि बरसात के बाद मौसम में नमी आ जाती है। इसके साथ ही खाली प्लाटों व गमलों में पानी जमा हो जाता है। जिसमें डेंगू का मच्छर काफी तेजी से पनपता है। घरों में भी गमलों, छत पर पड़े पुराने सामान व कूलरों आदि में पानी जमा रहता है। जिसमें डेंगू का लार्वा पनपता है।