दहशत में लोग:जारी है हाथी दल का उत्पात, पेंदुल गुबियागढ़ में दुकान व मकान तोड़े

खड़गांव इलाके में दाखिल हुआ हाथी दल अब परेशानी का कारण बनने लगा है। हाथी लगातार इलाके में उत्पात मचा रहे हैं। मकानों और खेतों को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं। लेकिन ग्रामीण और वन विभाग की टीम केवल बेबस होकर इनकी हरकतों को देख रहे हैं।

शुक्रवार रात हाथी दल इलाके के गुबियागढ़ गांव में दाखिल हो गए। जहां रामलखन मंडावी के घर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। यहीं से लगे हुए पेंदुल गांव में भी दल के हाथी पहुंच गए। जहां धरमलाल बंजारे के दुकान व मकान को बुरी तरह तोड़ डाला। इसके अलावा हाथी दल ने इन गांवों के करीब 6 किसानों के खेत में लगी फसल को बुरी तरह रौंद डाला है।

हाथियों के गांव में पहुंचने की खबर लगते ही पूरा गांव सजग हो गया। महिलाओं व बच्चों को सामुदायिक भवन में रखा गया। वहीं ग्रामीण खुद ही सुरक्षित जगह में बैठकर रतजगा करते रहे। ग्रामीण अब लगातार वन अमले के कर्मचारियों से हाथियों को भगाने की अपील कर रहे हैं।

ग्रामीण खुद ही सुरक्षित जगह पर बैठकर रतजगा करते रहे

15 से अधिक मकान अब तक तोड़ चुके हैं
मिली जानकारी के अनुसार करीब सप्ताह भर से इलाके में मौजूद हाथी दल ने अब तक 15 मकानों को क्षतिग्रस्त किया है। वहीं 15 एकड़ से अधिक रकबे में लगे धान की फसल को पूरी तरह रौंद दिया है। इसके अलावा गांव की कुछ दुकानों को भी नुकसान पहुंचाया है। जिन मकानों को तोड़ा है, वहां भीतर दाखिल होकर ग्रामीणों के खाद्यान्न और दूसरे ़सामानों को भी हाथी दल ने नुकसान पहुंचाया है। इसकी पूरी रिपोर्ट वन अमले ने बनाई है।

हाथियों ने दौड़ाया तो वनकर्मी का पैर टूटा
हाथियों के गुस्से और उत्पात को देखते हुए अफसर कर्मचारी भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। पुसेवाड़ा में जब हाथियों की निगरानी के लिए वनकर्मी पहुंचे थे, तब उन्हें हाथियों ने दौड़ाया भी था, इस दौरान एक वनकर्मी के गड्ढे में गिरने से पैर भी टूटा गया है।

रात में गजराज आते हैं जंगल से बाहर
ग्रामीणों ने बताया कि हाथी दल रात में ही जंगल से बाहर आते हैं, और बस्ती में उत्पात मचाते हैं। इससे पूरे इलाके के ग्रामीण दहशत में हैं। वे क्या करें, अब समझ से परे हो गया है। ग्रामीण अब प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

निगरानी के अलावा कुछ नहीं कर पा रहे
इधर वन विभाग का अमला सिर्फ निगरानी में जुटा है। अब तक कोई ठोस प्लान तैयार नहीं कर पाए हैं, इतने दिनों से हाथियों का उत्पात जारी है। ग्रामीण परेशान हैं और फारेस्ट की टीम की कोई विशेष प्लानिंग तक नजर नहीं आई है।

डोंगरीटोला के जंगल में हाथियों का डेरा
दो गांव में उत्पात मचाने के बाद हाथी दल पास के ही डोंगरीटोला गांव में पहुंचा हुआ है। यहां शनिवार देर शाम तक तो हाथियों ने किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया है, लेकिन दल गांव से लगे हुए जंगल में मौजूद हैं।

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