लंबे इंतजार व कड़ी मेहनत से सरपंच बनने वाले अब पावर मिलने के इंतजार में हैं। जिले में सरपंच और पंचों का चुनाव और रिजल्ट दो नवंबर को आ चुका है, लेकिन इन्हें सरपंची की अब तक पावर नहीं मिली है। ऐसा पहली बार है कि चुनाव जीतने के इतने दिनों बाद भी सरपंचों को पावर नहीं मिली है। सरपंचों और पंचों का पहले शपथ ग्रहण होगा।
इसके बाद ही उन्हें पावर मिलेगी, लेकिन अभी शपथ ग्रहण को लेकर अभी कोई तारीख तय नहीं हुई है। जबकि चुनाव आयोग उन जिलों से आचार संहिता हटाने के बाद 17 नवंबर को सरकार को पत्र भेज चुकी है। लेकिन अभी तक शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी नजर नहीं आ रही है। पावर न मिलने से चाहकर भी सरपंच गांव की समस्याएं दूर नहीं कर पा रहे हैं। 27 नवंबर को जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव का रिजल्ट आना है। नवनियुक्त सरपंच यह मानकर बैठे हैं कि 27 नवंबर के बाद ही पावर मिलेगी।
सरपंच बोले-लोग अपने काम लेकर आने लगे, जल्द शपथ ग्रहण की उम्मीद
सरपंचाें को भले ही प्रशासन पावर नहीं दे पाया हो, लेकिन सरपंचों को काम सौंपे जा रहे हैं। गांव उन्हेड़ी में ग्रामीणों को डेंगू से बचाने के लिए बीडीपीओ आॅफिस की तरफ से फोगिंग मशीन दी गई। सरपंच ने फोगिंग शुरू करा दी। इसी तरह से गांव अमलोहा के सरपंच राजेश कुमार का कहना है कि जनता काम लेकर आ रही है। उम्मीद है कि सरकार जल्द पावर देगी और वे गांव में विकास कार्य शुरू कराकर जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सतपाल कौशिक ने कहा कि उन्होंने सीएम को पत्र लिखा है कि जल्द से जल्द शपथ ग्रहण कराकर सरपंचों को पावर दी जाए। करीब दो साल तक चुनाव नहीं हुए। इससे गांव के विकास कार्य ठप हैं।
पिछले प्लान में 13 दिन बाद मिली थी शपथ
पूर्व सरपंचों ने बताया कि पिछले प्लान में जब पंचायत चुनाव हुए तो पूरे जिले में चुनाव संपन्न होने के बाद 13 दिन बाद शपथ ग्रहण हो गई थी, लेकिन इस बाद ऐसा नहीं है। इस बार करीब 19 दिन होने के बाद भी शपथ दिलाकर पावर सरपंचों को नहीं दी गई। उनका कहना है कि सरपंच का एक गांव में बैग होता है। उसमें गांव का रिकॉर्ड और पंचायत के अन्य दस्तावेज होते हैं। अभी वह बैग पुराने सरपंचों के पास ही है। क्योंकि नए तो तभी मिलेगा जब उन्हें पावर मिलेगी। इसके बाद ही वे किसी भी दस्तावेजों पर सरपंच की हैसियत से साइन कर पाएंगे।
हमारे पास अभी सरकार की ओर से पत्र नहीं आयाः डीडीपीओ
शंकर लाल गोयल ने बताया कि सरपंचों और पंचों के शपथ ग्रहण को लेकर अभी सरकार से पत्र नहीं आया है। जैसे ही पत्र आएगा उसके अनुसार शपथ ग्रहण कराया जाएगा। जहां तक गांव में फॉगिंग की बात है, हर पंचायत के पास फाेगिंग मशीन है। जरूरत के अनुसार वहां फॉगिंग कराई जा रही है।