बाडीमाजरा रोड पर जमा पानी की समस्या को लेकर लोग सड़क पर उतर आए। करीब दो घंटे तक रोड जाम रखा। इसकी सूचना पर मेयर मदन चौहान मौके पर पहुंचे तो लोगों ने उनके खिलाफ नारे लगा दिए। मेयर ने उन्हें समझाया। मेयर ने कहा कि यहां पानी निकासी का पुख्ता इंतजाम किया जाएगा। कुछ दिन इंतजार करें। इस पर कुछ लोगों ने उनके जिंदाबाद के नारे लगाए, लेकिन लोग जाम खोलने को तैयार नहीं हुए।
मेयर वहां से जाने लगे तो एक युवती ने रास्ता तक रोक लिया। इसके बाद उनके सिक्योरिटी गार्ड ने मेयर को वहां से निकाला। मेयर के जाने के बाद भी जब काफी देर तक लोग सड़क से जाम खोल को तैयार नहीं हुए तो पुलिस ने सख्ती दिखाई। पुलिस ने एक-एक का नाम नोट कर वीडियो बनाना शुरू किया। कहा कि अगर जाम नहीं खोला तो उन पर केस दर्ज किया जाएगा। इस चेतावनी के बाद लोग रोड से हट गए। इसके बाद जाम में फंसे वाहन चालकों ने राहत की सांस ली।
बिलासपुर खिजराबाद मार्ग पर सब्जी से भरी पिक अप गाड़ी ने मोटरसाइकिल सवार को.
गर्मी और उमस में कई हैवी व्हीकल चालक करीब दो घंटे तक जाम में फंसे रहे। बाइक चालकों ने जाम के दौरान बाइक निकालनी चाही तो जाम लगाने वालों के साथ उनकी बहस भी हुई। क्षेत्र निवासी घनश्याम सिंह, रवि, सुनील, शीला, सुनीता, प्रीती, बेबी, साहिल, जोगिंद्र, सुमित और निशु ने कहा कि यहां हालात बदतर हैं। सड़क से निकलना मुश्किल है। बिना बारिश के आधा-आधा फीट पानी जमा है। पार्षद को कई बार कहा, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अधिकारी भी नहीं सुन रहे थे। मजबूरी में सड़क पर उतरना पड़ा। स्कूल के बच्चे पानी के बीच से स्कूल जाते हैं। कई बार उनकी ड्रेस खराब हो जाती है।
गलत प्लानिंग से समस्या आई
बाडीमाजरा रोड से आधा दर्जन कॉलोनियां लगती हैं। रोड से लगते एरिया में सैकड़ों प्लाईवुड फैक्ट्रियां हैं। दर्जनों गांव के लोग इसी रोड से आते-जाते हैं। इस रोड की हालत वर्षों से ऐसी है। क्योंकि यहां पानी निकासी का इंतजाम नहीं है। पानी जमा होने से बार-बार रोड टूटता था, इसलिए बड़े ब्लॉक लगाकर सड़क बनाई। इससे रोड से लगती कॉलोनियों में पानी जमा होने की समस्या रहने लगी।
नगर निगम ने इस रोड पर सीवरेज लाइन डाल दी। जहां-जहां से रोड तोड़ा गया, वहां अब पानी जमा होता है। बारिश होते ही वह एरिया तालाब बन जाता है। हालांकि यहां सड़क के दोनों ओर नाले बने हैं। लेकिन उन पर अतिक्रमण है और वे गंदगी से अटे हैं। पानी नालों की बजाए सड़क से जाता है। इस रोड का मुद्दा विधायक घनश्यामदास अरोड़ा कई बार उठा चुके हैं।
78 लाख रुपए में सड़क का सुधार किया जाएगाः मेयर
मेयर मदन चौहान का कहना है कि वे मौके पर गए थे। लोगों को समझाया। लोगों ने वहां नाले और नालियां बंद की हुई हैं। इससे पानी सड़क पर आता है। वहां सुधार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। 78 लाख रुपए में सड़क का सुधार कराया जाएगा। वहीं, जिन भी नालों व नालियों पर लोगों ने कब्जा किया हुआ है, उन्हें छुड़वाया जाएगा।
लोग इसलिए परेशान-नगर निगम ने यहां सीवरेज लाइन डाली, जहां-जहां से रोड तोड़ा, वहां-वहां हाेता है जलभराव
जो मिला सड़क पर, रखकर लगा दिया जाम
जाम लगाने वालों को जो भी मिला उसे सड़क के बीच में रखकर जाम लगा दिया। पहले तो बीच सड़क पर बाइक खड़ी की। इसके बाद लोहे के जाल को वहां रख दिया। वहीं बाद में जाम लगाने वाली महिलाओं के बैठने के लिए बीच सड़क पर टेंट हाउस के बेंच रख दिए। महिलाएं जाम लगाकर उनके ऊपर बैठ गई। वहीं इस सड़क की मरम्मत के लिए लाखों रुपए का टेंडर जल्द लगाने की बात कही जा रही है, लेकिन पानी निकासी की व्यवस्था का कोई जिक्र नहीं है ।
78 लाख रुपए का एस्टिमेट भेजा हैः एक्सईएन
^बाडीमाजरा रोड पर नगर निगम की ओर से सीवरेज लाइन के लिए पाइप डाले गए थे। जहां से रोड टूटा है, उसकी रिपेयर के लिए 78 लाख रुपए का एस्टिमेट हेड आॅफिस भेजा है। वहां से जैसे ही अप्रू्व्ल आएगी, उसके अनुसार आगे अगली प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
नवीन खत्री, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी