भारत के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न, महान शिक्षक और प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ0 ए.पी.जे.अब्दुल कलाम को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए शिक्षा मन्त्री कवंर पाल ने कहा कि अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखें।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने संदेश में कहा कि कलाम साहब भारत के पोखरन में हुए परमाणु बम परीक्षणों के मुख्य केन्द्र बिन्दु थे। इन परमाणु परीक्षणों के उपरांत पूरी दुनिया ने भारत की ऐतिहासिक सफलता का लोहा माना था। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि वर्ष 2002 से वर्ष 2007 तक देश के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने कार्य किया। डाक्टर कलाम साहब को मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता था। देश की जनता उन्हें अपार प्रेम करती है। अपने कार्यकाल में उन्होंने बहुत सराहानीय कार्य किया।
उन्होंने कहा कि 27 जुलाई 2015 को डाक्टर कलाम का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को भारत देश के प्रतिष्ठित सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। डाक्टर कलाम साहब महान सख्शियत थे व उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी मेहनत, ईमानदारी व सादगी से व्यतित की। इस दौरान भाजपा नेता निशचल चौधरी व भाजपा मीडिया प्रभारी कपिल मनीष गर्ग मौजूद रहे।